वड़ोदरा के अपने शिवाजी पणीकर आज अहमदाबाद आये थे । उन्हें क्या मालूम था कि उनके चेले चंद्रमोहन की करतूत का खामियाजा उन्हे एम एस युनिवर्सिटी छोड्ने के बाद भी भुगतना पडेगा। चंद्रमोहन के विवादास्पद चित्रो के कारण उन्हे युनिवर्सिटी से निलंबित कर दिया गया था।
वो अहमदाबाद में अनह्द द्वारा आयोजित एक प्रदर्शन का उदघाट्न करने आये तब २० लोगो के टोले ने उनकी धुलाई की और उनकी कार के कांच तोड दिये। उन्होने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है । पिटाई करने वाले भाजपा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता थे। ये है बोलती तस्वीरें,
2 comments:
ये हैं अस्मिता के रक्षक.. आम नागरिकों की इस प्रकार धुलाई करने वाले ये गुण्डे.. भगवान की अस्मिता की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं.. भगवान जब इनकी रक्षा का मोहताज है.. तो वो किसकी रक्षा करेगा?
गलत बात हुई है. आज इस पर लिखने की सोच कर ही आया था, मगर आपने निपटा दिया.
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