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Monday, August 3, 2015

भारत का पहला धर्म रिपोर्टर डॉ. प्रणव दवे

विषय धर्म और डॉ. का सम्बोधन ये दोनों ही हमें किसी ऐसे व्यक्ति का ध्यान कराते हैं जो उम्र लायक है। पर हमारे धर्म रिपोर्टर डा. प्रणव दवे केवल 33 वर्ष के है और देश के पहले पूर्णकालीन धर्म रिपोर्टर है।
प्रणव दवे फिलहाल टाइम्स ऑफ इन्डिया के गुजराती दैनिक नवगुजरात समय में पूर्णकालीन रिलीजन रिपोर्टर हैं और पिछले 14 वर्षों से वे केवल धर्म के बारे में ही लिखते आ रहे हैं और प्रतिष्ठित अखबारों के धर्म परिशिष्ठ का संकलन कर रहे हैं।
उनका परिचय उनकी विद्वता और उनक लेख उनके कलम की पहचान हैं। उन्होंने संस्कृत और पाली (संस्कृत का वह रूप जिसमें जैन साहित्य लिखा गया है) में गुजरात यूनिवर्सिटी से डबल एमए किया है। भविष्य पुराण में सूर्य पूजा पर शोध ग्रन्थ लिख पीएचडी किया है। अब वे दूसरी पीएचडी कर रहे हैं। विषय है साइबर मीडिया का हिन्दू धर्म पर प्रभाव। डबल एमए के बाद डबल पीएचडी की तैयारी वह भी 33 वर्ष की अल्पायु में ही।
हिन्दी की सहजता से ही संस्कृत में संवाद करने वाले डॉ. प्रणव दवे अपनी इस उपलब्धियों के लिए उनके पिता रोहित दवे को उनका गुरु मानते हैं। रोहित भाई सूचना विभाग से जुड़े थे और गायत्री परिवार से शुरू से ही जुड़े हुए हैं। उनका धर्म और पत्रकारिता का घरेलू वातावरण ही उनका इन दो विषयों में आगे बढ़ने का प्रेरणा मंत्र बना।
प्रणव जितने धर्म में निपुण हैं उतने ही आधुनिक टेक्नोलॉजी में दक्ष। गुजरात के अग्रणी समाचार पत्र गुजरात समाचार के दो वर्ष के कार्यकाल में धर्म रिपोर्टिंग के अलावा प्रणव उस समाचारपत्र के वेब पोर्टल का कामकाज भी सम्भालते थे। यही कारण है कि उनकी दूसरी पीएचडी साइबर मीडिया और धर्म के बीच एक कड़ी है।
उनके यादगार क्षणों में कोई कमी नहीं है। जयेन्द्र सरस्वती जिन्हें जयललिता केस में जेल जाना पड़ा था, उन्होंने अहमदाबाद में किसी को भी इन्टरव्यू देने की ना कह दी थी। केवल प्रणव दवे को ही इन्टरव्यू दिया था। इसका कारण न तो प्रणव दवे का नाम था और न ही उनके अखबार का बैनर। इसका कारण इतन मात्र था कि प्रणव दवे ने अपना परिचय उन्हें संस्कृत में दिया था।
उनका कहना है कि हिन्दू धार्मिक संस्थाएं काफी तेजी से आईटी का उपयोग कर रही हैं और यह उनके प्रचार प्रसार का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने सूर्य मीमांसा नामक पुस्तक भी लिखी है जिसमें गुजरात के सूर्य मंदिरों के विषय में जानकारी है।
उन्हें ज्योतिष में भी काफी विश्वास है। उनका कहना है कि ज्योतिष एक प्रकार का साईन बोर्ड है जो हमें आने वाली घटनाओं से अवगत कराता है।
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