आजकल राष्ट्रपति पद के लिये अपने भैरोसिंह शेखावतजी का प्रचार गुजरात में जोर शोर से चल रहा है। छोटे छोटे बच्चों को भी मालूम पड गया है कि शेखावतजी राष्ट्रपति पद का चुनाव लड रहे हैं।
वो किस दल से हैं वो किसी को नहीं मालूम। हां वो उपराष्ट्रपति पद पर तो भगवा कमल के रुप में ही खिले थे। रविवार को अपने आडवाणीजी और सुष्मा दीदी उनका प्रचार करने आए थे। उनके भाजपा के विधायक ही अब अन्तर आत्मा की आवाज पर वोट डालने की बात कर रहे हैं। भाजपाई इस अन्तरआत्मा की आवाज को क्रोस वोटिंग समझ रहे हैं।
खैर अपने शेखावतजी कोई चान्स नहीं लेना चाहते। आडवाणी वगैरह का क्या भरोसा? चुनाव में खडा करवा दिया और बाद में कहा कि ये तो निर्दलीय। बेचारों ने पूरी जिन्दगी भगवा ओढा और वो भी पार्टी पोलिटिक्स में छीन लिया अपनों ने ही।
तो उन्होंने खुद का प्रचार खुद करना शुरु किया है। कांग्रेस के कड़ी के विधायक बलदेवजी ठाकोर का कहना है कि शेखावतजी ने उन्हें खुद फ़ोन कर कहा कि ठाकोर उन्हें मत दें।
ठाकोरजी का कहना है कि शेखावतजी को उन्होंने बता दिया कि वे तो प्रतिभाजी को मत देंगे। आखिर पार्टी के वफ़ादार जो ठहरे। उधर से, ठाकोर का कहना है, शेखावत बोले प्रतिभा तो बेकार है। मैं तुम्हारा काम करुंगा। सही बात है, भारत में हर सरकारी काम राष्ट्रपति के नाम पर ही तो होता है। ठाकोर ने मोबाईल में शेखावत का फ़ोन नं ०११२३०२२३२१ स्टोर भी कर लिया है।
अपने दाढी वाले विपक्ष के नेता अर्जुनभाई ने ठाकोर-शेखावत संवाद मीडिया के सामने रखते हुए कहा कि शेखावतजी तो यह बहुत गलत कर रहे हैं। पहले कुर्सी छोडे फ़िर कुर्सी के लिये प्रचार करें।
वो किस दल से हैं वो किसी को नहीं मालूम। हां वो उपराष्ट्रपति पद पर तो भगवा कमल के रुप में ही खिले थे। रविवार को अपने आडवाणीजी और सुष्मा दीदी उनका प्रचार करने आए थे। उनके भाजपा के विधायक ही अब अन्तर आत्मा की आवाज पर वोट डालने की बात कर रहे हैं। भाजपाई इस अन्तरआत्मा की आवाज को क्रोस वोटिंग समझ रहे हैं।
खैर अपने शेखावतजी कोई चान्स नहीं लेना चाहते। आडवाणी वगैरह का क्या भरोसा? चुनाव में खडा करवा दिया और बाद में कहा कि ये तो निर्दलीय। बेचारों ने पूरी जिन्दगी भगवा ओढा और वो भी पार्टी पोलिटिक्स में छीन लिया अपनों ने ही।
तो उन्होंने खुद का प्रचार खुद करना शुरु किया है। कांग्रेस के कड़ी के विधायक बलदेवजी ठाकोर का कहना है कि शेखावतजी ने उन्हें खुद फ़ोन कर कहा कि ठाकोर उन्हें मत दें।
ठाकोरजी का कहना है कि शेखावतजी को उन्होंने बता दिया कि वे तो प्रतिभाजी को मत देंगे। आखिर पार्टी के वफ़ादार जो ठहरे। उधर से, ठाकोर का कहना है, शेखावत बोले प्रतिभा तो बेकार है। मैं तुम्हारा काम करुंगा। सही बात है, भारत में हर सरकारी काम राष्ट्रपति के नाम पर ही तो होता है। ठाकोर ने मोबाईल में शेखावत का फ़ोन नं ०११२३०२२३२१ स्टोर भी कर लिया है।
अपने दाढी वाले विपक्ष के नेता अर्जुनभाई ने ठाकोर-शेखावत संवाद मीडिया के सामने रखते हुए कहा कि शेखावतजी तो यह बहुत गलत कर रहे हैं। पहले कुर्सी छोडे फ़िर कुर्सी के लिये प्रचार करें।
1 comment:
अंतरात्मा की आवाज़ यानी क्रॉस वोटिंग। अच्छा लिखा है। अंतरात्मा अब सिर्फ बेईमानी के लिए ही उकसाती है।
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