कांग्रेस ने हाल ही मे उसका चुनावी घोषणापत्र जारी किया। उसे नाम दिया कांग्रेस की शपथ। आजकल राजनीतिक दलों मे यह एक नयी शैली शुरू हो गई है। भाजपा ने इस बार अभी तक उसका घोषणापत्र जारी नही किया है। शायद जारी नही भी करे। पिछली बार उसने इसे संकल्प पत्र का नाम दिया था। यह बात अलग है कि मुश्किल से १० प्रतिशत संकल्प ही पूरे हुए हैं । खैर हम बात कर रहे हैं कांग्रेस के शपथपत्र की।
देखा जाये तो इसमे कुछ नया नही है। पर, कुछ घोषणाएं तो ऎसी हैं वो मोदीराज की समस्याओं का हल हैं। आजकल गुजरात मे किसान मोदीजी की सरकार से त्रस्त हैं। उन पर बिजली चोरी के केस ही नही हो रहे, उन्हे बिजलीचोर के रूप मे विज्ञापनों मे दर्शाया जा रहा है। अब कांग्रेस का कहना है कि वह सत्ता मे आयी तो वह किसानो के सारे केस वापिस ले लेगी। इसके साथ ही छोटे किसानों के लिये राहत दर पर खाद और बिजली ! किसानों के लिये इससे ज्यादह खुशी कि बात और क्या हो सकती है।
मोदीजी के आने के बाद शिक्षकों की भर्ती ही बंद हो गई है । तीन हजार के फ़िक्स वेतन पर विद्यासहायक और शिक्षासहायकों की भरती की जाती है। कांग्रेस का कहना है कि यदि सत्ता मे आयी तो वो शिक्षकों की भरती पूरे स्केल वाले वेतन से करेगी। कौन नही चाहेगा ऎसी नौकरी।
हमारे मोदीजी ने विधवा और त्यकताओं को मिलने वाली मदद पर रोक लगा दी है। उनकी सरकार का कहना है कि इस योजना का दुरूपयोग होता है। घोटालेबाजों को ढूंढने के नाम पर किसी को भी भत्ता नही मिल रहा । ऎसे में कांग्रेस कह रही है कि सत्ता मे लाओ, भत्ता पाओ और और भी ज्यादा राशी पाओ ।
इसी प्रकार सरकारी डोक्टरों को वादा किया है कि मोदी ने जो डोक्टरों का NPA बंद किया है, उसे वो वापिस शुरू कर देंगे। साफ़ है, मोदीजनित समस्याऒं के हल के सहारे कांग्रेस सत्ता पाने की नीति पर चल रही है। कांग्रेस इसमे सफ़ल होगी या नही, यह तो चुनाव परिणाम ही बतायेंगे। पर यह साफ़ है कि इस शपथपत्र ने भाजपाईयों की नींद उडा दी है। परिणामस्वरूप भाजपा के केंद्रीय प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने पत्रकारों को प्रेसनोट ठोक दिया कि कांग्रेस का शपथपत्र किराये के टट्टूऒं ने बनाया है और इसमे भाजपा की योजनाऒ को ही दोहराया गया है!!!
No comments:
Post a Comment