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Thursday, April 10, 2008

फ्लैट अर्थ न्यूज : मीडिया का नग्न सत्य

ब्रिटेन के खोजी पत्रकार निक डेवीस की नई पुस्तक फ्लैट अर्थ न्यूज ने मीडिया में तहलका मचा दिया है। फरवरी में प्रकाशित इस पुस्तक पर सेमीनारों में और रेडियो टीवी पर चर्चा हो रही है।
पुस्तक का शीर्षक स्पाट पृथ्वी समाचार है। जिस तरह पृथ्वी गोल है और कभी भी सपाट नहीं हो सकती है उसी प्रकार सही समाचार एक गलत कल्पना है।

डेवीस ने पुस्तक में कई ऎसे किस्से दर्ज किये हैं। मिलेनियम बग द्वारा दुनिया के कम्प्यूटरों पर वायरस के आक्रमण का समाचार दुनिया भर में १९९९ के अंत में छा गया। एंटी वायरस उद्योग के लिये यह अरबो खरबों कमाने का धंधा बन गया। फिर क्या ?
निक डेवीस खोजी पत्रकार के रुप में प्रतिष्ठित हैं। उनका कहना है कि समाचारों को दुनिया जासूसी संस्थाओं और पी आर कम्पनियों की कारस्तानियों का अड्डा बन गया है। खर्चा कम करने के नाम पर खबरों की सच्चाई जानने के प्रयत्‍नों पर जोर नही दिया जाता है। पत्रकार दो तीन फोन कर जानकारी इकट्ठा कर लेते हैं। अधिकतर समाचार प्रेसनोट को रिराईट कर बनाये जाते है। अधिकारिक जानकारी के नाम पर सरकारी अधिकारी का बयान ले छुट्टी पा ली जाती है।
इस पुस्तक की लोकप्रियता का कारण यह है कि पत्रकार जानते है डेवीस की बात में काफी दम है। अपने २७ वर्षों के पत्रकारिता के अनुभव के आधार पर मैं यह कहता हूं कि डेवीस की किताब एक नग्न सत्य है। मीडिया के बारे में !
डेवीस ने इस पुस्तक की वेबसाइट भी बनाई है। मजेदार बात यह है कि इस वेबसाइट पर प्रतिक्रिया देने वाले पत्रकार बडा नाम है। पर इन सभी के नाम के साथ जुडा़ शब्द भूतपूर्व मीडिया की ताकत दर्शाता है। साफ है कि कामकाजी पत्रकार मीडिया की टीका कर अपने साथियों और मालिकों से दुश्मनी मोल नही लेना चाहता। प्रेस की स्वतंत्रता के नाम पर कुछ भी लिखने वालों की विडम्बना यह है कि वे खुद इस माफिया की गुलामी स्वीकर कर स्वतंत्रता-स्वतंत्रता के खेल से लोगों को गुमराह कर रहे हैं।

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