मेरे लिये खुद के बारे मे कुछ कहना एक बडी समस्या है। फ़िर भी कोशिश करता हूं । पेशे से पत्रकार हूं । अभी तक पत्रकारिता ही करता आया हूं । इंडियन ए़क्सप्रेस से शुरुआत की थी । फ़िलहाल अहमदाबाद से प्रकाशित हिन्दी दैनिक चौपाल और अंग्रेजी मे वेब साइट http://www.gujaratglobal.com/ मेरा मंच है। एक बार वेब साइट पर जरूर मटर गश्ती करें ।
आप जानना चाहेंगे की मेरी जिन्दगी की सोच कया है ? मेरा मानना है कि जीवन जन्म और म्र्त्यु के बीच प्रयोगो की लडी है । हमारे जीवन की हकीकत क्या है यह कोई नही जानता । मैं भी नही जानता । इन दो हकीकतों के बीच हम एक फ़साना बुनते हैं, एक हसीन फ़साना । उसे हम जिन्दगी का नाम दे देते हैं ।
भैय्ये प्रयोग करते रहो । शायद किसी दिन जिन्दगी की हकीकत से रूबरू हो जाओगे । य़े निराशावाद नहीं है । यह जिन्दगी मे सच्चिदानन्द मे स्थित होने की हकीकत है, जो किसी ब्लोग पर कभी नही उभरती ।